गाजीपुर। जिले में खाद्य सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। हाईवे पर चल रही विशेष जांच के दौरान एक ट्रक से 112 बोरी एक्सपायर्ड गेहूं का आटा जब्त कर लिया गया। यह आटा बाजार में बेचने के लिए ले जाया जा रहा था, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता था। खाद्य सुरक्षा और दवा प्रशासन की टीम ने कुल 21 नमूने लिए, जिनमें से चार संदिग्ध पाए गए। इन पर तुरंत नोटिस जारी कर दिए गए हैं। जब्त आटा की अनुमानित कीमत करीब 1 लाख 78 हजार रुपये है।
सैदपुर तहसील क्षेत्र में हुई कार्रवाई, ‘विजय गोल्ड’ ब्रांड का आटा निकला खराब
यह कार्रवाई सैदपुर तहसील क्षेत्र और हाईवे पर हुई। सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा द्वितीय रमेश चंद्र पांडे ने बताया कि अभियान लखनऊ के खाद्य सुरक्षा एवं दवा प्रशासन के आदेश पर चलाया गया। जिलाधिकारी गाजीपुर के सख्त निर्देशों के तहत छह अधिकारियों की टीम ने वाहनों की तलाशी ली। ट्रक में ‘विजय गोल्ड आटा चक्की’ ब्रांड का गेहूं आटा भरा मिला। जांच में पाया गया कि इसकी बेस्ट बिफोर डेट लंबे समय पहले खत्म हो चुकी थी। टीम ने पूरी 112 बोरी को मौके पर ही सीज कर लिया। पांडे ने कहा, “यह आटा गरीब परिवारों की रोटियों में इस्तेमाल होता, जो पेट की बीमारियां फैला सकता था।”
ट्रक चालक और सप्लायर को नोटिस देकर पूछताछ शुरू हो गई है। विभाग का फोकस अब सप्लाई चेन पर है, ताकि ऐसी खराब सामग्री का स्रोत पता चल सके। स्थानीय व्यापारियों में खलबली मच गई है, कई ने अपने स्टॉक की जांच शुरू कर दी।
मिठाई दुकानों पर भी छापा, छेना और गुलाब जामुन के सैंपल जब्त
अभियान का दूसरा चरण भी उतना ही सख्त था। टीम के एक दल ने औड़िहार रेलवे स्टेशन के आसपास मिठाई की दुकानों पर दबिश दी। वहां से छेना मिठाई और गुलाब जामुन के चार सैंपल लिए गए, जो संदिग्ध साबित हुए। कुल 21 नमूनों को लखनऊ की सरकारी लैब भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने पर FSSAI नियमों के तहत जुर्माना या मुकदमा दर्ज हो सकता है। एक अधिकारी ने बताया कि त्योहारों के सीजन में मिठाई की बिक्री बढ़ जाती है, इसलिए अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ रही है।
गाजीपुर के बाजारों में बढ़ रही निगरानी, पिछले महीनों की घटनाओं से सबक
गाजीपुर अनाज व्यापार का प्रमुख केंद्र है। यहां से आटा, चावल जैसी चीजें बलिया, मऊ और आजमगढ़ तक जाती हैं। उत्तर प्रदेश में हाल के महीनों में कई बार एक्सपायर्ड खाद्य पदार्थ पकड़े गए हैं। विभाग अब साप्ताहिक चेकिंग प्लान कर रहा है। ग्रामीण बाजारों में छोटी चक्कियां भी जांच के दायरे में हैं। उपभोक्ता संगठनों ने प्रशासन की सराहना की और नियमित अभियान की मांग की।
जिलाधिकारी ने अगले हफ्ते और सख्ती के आदेश दिए हैं। इस जब्ती से बाजार में शुद्धता का संदेश गया है। अगर समय पर कार्रवाई न होती, तो सैकड़ों परिवार प्रभावित हो सकते थे। विभाग ट्रक मालिक की पूरी जानकारी इकट्ठा कर रहा है। गाजीपुरवासी उम्मीद कर रहे हैं कि ऐसी कार्रवाइयों से रोजमर्रा की जरूरतें सुरक्षित रहेंगी।
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