गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एक छोटी सी लापरवाही ने एक मासूम किशोर की जिंदगी छीन ली। अरखपुर गांव के पास सड़क किनारे पुलिया पर बैठे 17 साल के मोनू कन्नौजिया को एक स्कूल बस ने कुचल दिया। किशोर कान में ईयरफोन लगाकर मोबाइल फोन पर गेम खेल रहा था, जिसकी वजह से उसे बस की हॉर्न की आवाज नहीं सुनाई दी। यह हादसा बुधवार सुबह हुआ, जब बस चालक बैक कर रहा था। मौके पर ही मोनू की मौत हो गई, और पूरे इलाके में सन्नाटा पसर गया।
मोनू अरखपुर गांव का रहने वाला था। वह रोज की तरह सुबह सड़क किनारे आराम कर रहा था। उसके कान में ईयरफोन लगे थे, और वह मोबाइल पर डूबा हुआ था। तभी शहर के एक स्कूल की बस वहां पहुंची, जो गांव के बच्चों को लेकर आ रही थी। चालक ने बस को बैक किया और हॉर्न भी बजाई, लेकिन मोनू को कुछ पता ही नहीं चला। चालक ने किशोर पर ध्यान नहीं दिया और सीधे कुचल दिया। हादसे की खबर फैलते ही ग्रामीण दौड़े, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
बस चालक की लापरवाही बनी मौत का कारण, फरार होने के बाद शुरू हुई तलाश
पुलिस जांच में सामने आया कि बस चालक की लापरवाही ने इस हादसे को अंजाम दिया। वह बच्चों को गांव से शहर ले जा रहा था, लेकिन बैक करते समय सड़क किनारे बैठे मोनू को नजरअंदाज कर दिया। हॉर्न बजाने के बावजूद किशोर ईयरफोन की वजह से बेखबर रहा। हादसे के बाद चालक घबराहट में बस छोड़कर फरार हो गया। स्थानीय लोग इसे चालक की बेरुखी बता रहे हैं। बिरनो थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में स्कूल बसें तेज रफ्तार से चलती हैं, और चालकों की लापरवाही आम बात है। एक बुजुर्ग ने बताया कि मोनू एक होनहार लड़का था, जो पढ़ाई में तेज था। उसके परिवार में मां-बाप और छोटे भाई-बहन हैं, जो अब सदमे में हैं। हादसे ने पूरे गांव को झकझोर दिया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी।
बिरनो पुलिस ने दर्ज किया मामला, चालक को जल्द पकड़ने का भरोसा
बिरनो थाने की पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। उन्होंने हादसे का केस दर्ज कर लिया है और बस चालक की तलाश तेज कर दी है। सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयानों के आधार पर जांच चल रही है। थाना प्रभारी का कहना है कि चालक को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने बस को भी जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह घटना सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता की जरूरत बताती है। खासकर युवाओं को मोबाइल इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतने की सीख देती है।
गाजीपुर जिले में हाल के दिनों में सड़क हादसों की संख्या बढ़ी है। ग्रामीण इलाकों में जहां सड़कें संकरी हैं, वहां वाहन चालकों को और सतर्क रहना चाहिए। मोनू की मौत ने परिवार को तो तोड़ दिया ही, लेकिन पूरे समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया। क्या ईयरफोन और मोबाइल जैसी छोटी आदतें इतनी भारी पड़ सकती हैं? यह सवाल अब हर कोई पूछ रहा है।
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